अपना ही घर जल कर देखें हैं उजाले हमने
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हम ने ,
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने,
हाँ !!! मालूम हैं क्या चीज़ हैं मुहब्बत यारो ,
अपना ही घर जल कर देखें हैं उजाले हमने
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने,
हाँ !!! मालूम हैं क्या चीज़ हैं मुहब्बत यारो ,
अपना ही घर जल कर देखें हैं उजाले हमने
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