दरिया वफ़ा का कभी रुकता नही,
दरिया वफ़ा का कभी रुकता नही,
मोहब्बत में इंसान कभी झुकता नहीं,
हम चुप है किसी के खुशी की खातिर,
और वो सोचते है के दिल मेरा दुखता नही
मोहब्बत में इंसान कभी झुकता नहीं,
हम चुप है किसी के खुशी की खातिर,
और वो सोचते है के दिल मेरा दुखता नही
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