मैंने अपनी हर एक सांस तुम्हारी गुलाम कर रखी हैं .. लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप जून 23, 2015 मैंने अपनी हर एक सांस तुम्हारी गुलाम कर रखी हैं .. लोगो मैं ये ज़िन्दगी बदनाम कर रखी हैं .. अब ये आइना भी क्या काम का मेरे … मैंने तौ अपनी परछाई भी तुम्हारे नाम कर रखी हैं …. लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप टिप्पणियाँ
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; अक्टूबर 03, 2015 सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है; आँख खुलते ही आपकी याद होती है; खुशियों के फूल हों आपके आँचल में; ये मेरे होंठों पे पहली फरियाद होती है। सुप्रभात! और पढ़ें
जुदाई आपकी रुलाती रहेगी; अक्टूबर 03, 2015 जुदाई आपकी रुलाती रहेगी; याद आपकी आती रहेगी; पल-पल जान जाती रहेगी; जब तक जिस्म में है जान; मेरी हर सांस यारी निभाती रहेगी। गुड मॉर्निंग! और पढ़ें
सुबह की हलकी रौशनी, परिंदो के सुरीले गीत, अक्टूबर 03, 2015 सुबह की हलकी रौशनी, परिंदो के सुरीले गीत, हवा के मधेयम झोंके, रंग बिरंगे फूलों की दीद। सुप्रभात! और पढ़ें
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