वह नज़र कहा से लाऊं जो तुझे भुला दे,
वह नज़र कहा से लाऊं जो तुझे भुला दे,
वो दावा कहाँ से लाऊं जो दर्द मिटा दे,
मिलना तो लिखा होता है, तकदीरों में
पर वो तकदीर कहाँ से लाऊं जो तुझे मिलादे ।
वो दावा कहाँ से लाऊं जो दर्द मिटा दे,
मिलना तो लिखा होता है, तकदीरों में
पर वो तकदीर कहाँ से लाऊं जो तुझे मिलादे ।
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