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मार्च, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

ये ना सोचो तुम्हें भूल गये हम

ये ना सोचो तुम्हें भूल गये हम याद तुम्हें दिन रात करते हैं जब भी तुम्हारी याद आती है “जल तू जलाल तू आई बला को टाल तू” का जाप करते हैं…..

आपकी एक बात मुझे बहुत पसंद है।

आपकी एक बात मुझे बहुत पसंद है। आप जब भी कोई काम करते हैं दिल लगा के करते हैं, क्योंकि दिमाग तो आपके पास है ही नहीं!!!!

ना मैसेज ना फोन ना पिक्चर ना टोन

ना मैसेज ना फोन ना पिक्चर ना टोन और बने फिरते हो दुनिया के डोन जब नंबर लिया था तो कहते थे कि रोज करेंगे फोन अब कहते हो कि हम आपके हैं कौन?

हुस्न अगर बेवफा ना होता

हुस्न अगर बेवफा ना होता तो दुनिया में आशिकों का नाम नहीं होता कट गये हाथ उन मजदूरों के वरना आज हर गली में एक ताजमहल होता

बूंद से मोती मांग लेंगे चांद से चांदनी मांग लेंगे

बूंद से मोती मांग लेंगे चांद से चांदनी मांग लेंगे अगर तेरी महोब्बत नसीब हुई तो तेरी महोब्बत की खातिर खुदा से एक और जिंदगी मांग लेंगे।

आईना हूं मैं मेरे सामने आकर देखो

आईना हूं मैं मेरे सामने आकर देखो खुद नजर आओगे आंख मिलाकर देखो मेरे गम में मेरी तकदीर नजर आयेगी डगमगा जाओगे मेरे दर्द उठा कर देखो।

कल तक तन्हा थे आज इंतजार करते हैं

कल तक तन्हा थे आज इंतजार करते हैं कल तक कुछ ना था आज ऐतबार करते हैं यूं ही नहीं आती आपको हिचकियां   हम याद आपको बार बार करते हैं।

सिर्फ यादों का एक सिलसिला रह गया

सिर्फ यादों का एक सिलसिला रह गया खुदा जाने उससे क्या रिश्ता रह गया एक चांद खो गया जाने कहां एक सितारा उसे ढूंढता रह गया।

गिले शिकवे ना दिल से लगा लेना

गिले शिकवे ना दिल से लगा लेना कभी मान जाना तो कभी मना लेना कल का क्या पता हम हों ना हों जब भी मौका मिला थोड़ा हंस लेना और हंसा देना।

अपनी हर सांस तेरी गुलाम कर रखी है

अपनी हर सांस तेरी गुलाम कर रखी है लोगों ये जिंदगी बदनाम कर रखी है आईना भी नहीं अब तो किसी काम का हमने तो अपनी परछाइ भी तेरे नाम कर रखी है ।

दिल की गहरायी ना कोई नाप पाया

दिल की गहरायी ना कोई नाप पाया इस दिल में छुपा राज ना कोई जान पाया कैसे कहें हम किसी को अपना जो अपना हो कर भी  ना अपना हो पाया!

हर राही का मन चाहा मुकाम नही मिलता

“हर राही का मन चाहा मुकाम नही मिलता जिसकों जी भर प्‍यार कर सके वा इंसान नही मिलता आसमान के सितारों की तरह हमारे अरमान भी बिखरे से रहते  है जो अपने दिल में हमें जगह दे सके वो मेहमान नहीं मिलता”

तुम्‍होर शहर का मौसम बडा सुहाना लगे

“तुम्‍होर शहर का मौसम बडा सुहाना लगे मै एक शाम चुरा लू अगर बुरा ना लगे तुम्‍हारे बस में है तो भूल जाओं मुझे तुम्‍हे भूलाने में मुझे जमाना लगे ”

कलम उठाई है लफज नहीं मिलता

“कलम उठाई है लफज नहीं मिलता जिसको ढूढ रहे है वा शख्‍स नहीं मिलता फिरते है वा जमाने के साथ बस हमारे लिये उन्‍हे वकत नहीं मिलता ”

तारों से कहो टिम टिमाना छोड दे

“तारों से कहो टिम टिमाना छोड दे चॉद से कहो जगमगाना छोड दे अगर आप आ नहीं सकते तो आपकी यादों से कहो सताना छोड दे”

माना ये दूनिया हमें भूल चुकी है

“माना ये दूनिया हमें भूल चुकी है पर आप तो कभी याद की लिया करों माना आपके आस पास सारी दुनिया है पर कभी हमारी कमी का भी अहसास कर लिया करों ”

आप से खफा हो कर जायेगे कहा

“आप से खफा हो कर जायेगे कहा आप जैसे दोस्‍त जायेगें कहा दिल को तो कैसे भी समझा लेगें पर आखों में आसूं छुपायेगें कहा ”

रूठना मत हमें मनाना नहीं आता

“रूठना मत हमें मनाना नहीं आता दूर मत जाना हमं बुलाना नहीं आत तुम हमें भूल जाओं तुम्‍हारी मर्जी मगर हम क्‍या करें  हमें तो भुलना भी नहीं आता ”

रूठ कर तुम हमें भूलाने

“रूठ कर तुम हमें भूलाने लगे इतने दूर हो गये की बहुत याद आने लगे जब भी हमें भूलाने की कोशिश की तुमकों तुम ख्‍वाबों में आकर हमें सताने लगे”

आ आ कर तेरा ख्‍याल आये तो में क्‍य करू

“आ आ कर तेरा ख्‍याल आये तो में क्‍य करू रह रह कर तेरी याद आये तो मैं क्‍या करू यू तो कहते है कि रोज होती है सपनों मूलाकात मगर नींद ही ना आये ता मैं क्‍या करू ”

तन्‍हाई में फरियाद तो कर सकते हैं

“तन्‍हाई में फरियाद तो कर सकते हैं बीाने का आबाद तो कर सकते है क्‍या हुआ तुम्‍हे मिल नहीं सकते लेकिन तुम्‍हे याद तो कर सकते हैं ”

“न कभी ये छुपाना कि प्‍यार कितना हैं

“न कभी ये छुपाना कि प्‍यार कितना हैं ना कभी ये जताना की दर्द कितना है बस एक हमें उस खुदा को है मालूम कि तूमसे मुलाकात की इन्‍तजार कितना है ”

अक्‍सर जब हम आपकों याद करते है

“अक्‍सर जब हम आपकों याद करते है अपने रब से यही फरियाद करते है अम्र हमारी भी लग जाये आपकों क्‍योंकि हम आपकों खुद से ज्‍यादा प्‍यार करते है ”

भूलाना तुम्‍हे ना आसान होगा

“भूलाना तुम्‍हे ना आसान होगा जो भूले तुम्‍हे वो नादान होगा आप तो बसते हो रूह में हमारी बाप हमें ना भूले ये आपका अहसास होगा ”

हर कभी तुझसे खुश्‍बू उधार मांगे

“हर कभी तुझसे खुश्‍बू उधार मांगे आफता तुमसे नूर उधार मांगे रब करके तु दोस्‍ती ऐसी निभाये कि लोग मुझसे तेरी दोस्‍ती उधार मांगे”

तेरी दोस्‍ती में इक नशा है

“तेरी दोस्‍ती में इक नशा है तभी तो ये सारी दुनिया हमसे खफा है ना करों हमसे इतनी दोस्‍ती कि दिल ही हमसे पूछे तेरी घडकन कहॅ हैं ”

खुशी आपके लिये गम मेरे लिय

“खुशी आपके लिये गम मेरे लिय जिन्‍दगी आपके लिये मौन मेरे लिय मुस्‍कुराना आपके लिये आंसू मेरे लिये सब कुछ आपके लिए और आप सिर्फ मेरे लिये ”

“तुझे ही आना मुकद्रदर बनाते है हम

“तुझे ही आना मुकद्रदर बनाते है हम खुदा से पहले तेरे आगे सर झुकाते है हम दोस्‍ती का रिश्‍ता कभी तोड ना देना जिस रिश्‍ते के दम पर मुस्‍कुराहते है हम ”

“दोस्‍ती दिल है दिमाक नहीं

“दोस्‍ती दिल है दिमाक नहीं  दोस्‍ती सोच है आवाज नहीं कोई आखों से नहीं देख सकता दोस्‍ती के जज्‍बे क्‍योंकि दोस्‍ती अहसास है अन्‍दाज नहीं”

ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर

“ ना छुपाना कोई बात दिल में हो अगर रखना थोडा भरोसा तुम हम पर हम निभायेगें दोस्‍ती का रिश्‍ता इस कदर कि भूलाने पर भी ना भूला पायेगें हमें जिन्‍दीभर”

हमारे दिल में छडकन आपकी सुनाई देती है

“हमारे दिल में छडकन आपकी सुनाई देती है आखों में सूरत उनकी दिखाई देती है चलते तो हम है लेकिन जब मुडते है तो पंरछाई आपकी दखिई देती है”

दुआवों में इक दुआ हमारी

“दुआवों में इक दुआ हमारी जिसमें मांगी हमने हर खुशी तुम्‍हारी जब भी मुस्‍कुराओं दिल से समझों कबूल दुआ हमारी ”

भूल में भी किसी को ना रूलाना

“भूल में भी किसी को ना रूलाना जिन्‍दगी में सबकों हॅसाना दुश्‍मन की भी गले लगाना फिर भी कोई गम हो तो इस बेब पेज को पढ लेना”

जुदाई आपकी रूलाती रहेगी

“जुदाई आपकी रूलाती रहेगी याद आपकी आती रहेगी पल पल जान जाती रहेगी जब तक जिस्‍म में है जान सांस आपसे प्‍यार निभाती रहेगी”

इतना ना चाहों की भूला ना सके

“इतना ना चाहों की भूला ना सके इतना ना पास आओं की दूर ना जा सकों तन्‍हाई में बैठकर ये सोचते है हम कि ना चाहों उसकी जीसे पा ना सको ”

“दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं

“दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं कैसे कहे कि तुमसे प्‍यार नहीं कुछ तो कसूर है आपकी आखों का हम अकेले तो गुनहगार नहीं ”

“याद में तेरी आखं भरता है कोई

“याद में तेरी आखं भरता है कोई सांस के साथ तुझे याद करता है कोई मौत सच्‍चाई है इक रोज सबको आनी है तेरी जुदाई में हर रोज मरता है कोई ”

“यूं तो आपको रोज याद कर लिया करते है

“यूं तो आपको रोज याद कर लिया करते है मन ही मन में देख लिया करते है क्‍या हुआ अगर आप पास नहीं है हम तो दलि में मूलाकात कर लिया करते हैं ”

आपकों प्‍यार करने से डर लगता है

“आपकों प्‍यार करने से डर लगता है आपकों खोने से डर लगता है कहीं आखों से गुम ना हो जाये याद अब रात में सोने से डर लगता है”

बिकता अगर प्‍यार जो कौन नहीं खरीदता

“बिकता अगर प्‍यार जो कौन नहीं खरीदता बिकती अगर खुशियां तो कौन उसे बेचता दर्द अगर बिकता तो हम आपसे खरीद लेते और आपकी खुशियों के लिए हम खुद को बेच देते”

प्‍यार गुनाह है तो होने ना देना

“प्‍यार गुनाह है तो होने ना देना प्‍यार खुदा है तो खोने ना देना करते हो प्‍यार जब किसी से तो कभी उस प्‍यार को रोने ना देना ”

तु दिल में ना जाये तो मैं क्‍या करू

“तु दिल में ना जाये तो मैं क्‍या करू तु ख्‍यालों से ना जाये तो मैं क्‍या करू कहते है ख्‍वावों में होगी मुलाकात उनसे पर नींद न आये तो मैं क्‍या करू ”

आंसू पौछकर हंसाया है मुझे

“आंसू पौछकर हंसाया है मुझे मेरी गलती पर भी सीने से लगाया है मुझे कैसे प्‍यार न हो ऐसे दोस्‍त से जिसकी दोस्‍ती ने जीना सिखाया है मुझै ”

“ना दिल से होता है ना दिमाक से होता है

“ना दिल से होता है ना दिमाक से होता है ये प्‍यार तो इतफाक से होता है और क्‍या कहे प्‍यार करके भी प्‍यार न मिले ये इतफाक सिर्फ हामारे साथ होता हैं”

ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमतों का,

ज़िक्र हुआ जब खुदा की रहमतों का,  हमने खुद को खुशनसीब पाया, तमन्ना थी एक प्यारे से दोस्त की, खुदा खुद दोस्त बनकर चला आया. दिल  से  लिखी  बाते  दिल  को  छू  जाती  है ,  यह  अक्सर  उनकाही  बात  कह  जाती  हे , कुछ  लोग  दोस्ती  के  मायने  बदल  देते  है , और  कुछ  लोगो  की  दोस्ती  से  दुनिया  बदल  जाती  है ..

दोस्त वो जो बिन बुलाये आये,

कौन होता है  दोस्त? दोस्त वो जो बिन बुलाये आये, बेवजह सर खाए, जेब खाली करवाए, कभी सताए, कभी रुलाये, मगर हमेशा साथ निभाए..

कहते है दिल की बात हर किसी को कही नहीं जाती

कहते  है  दिल  की  बात  हर  किसी   को  कही   नहीं  जाती  अपनों  को  भी  बताई  नहीं  जाती पर  दोस्त  तो आईन  होते  हैं और  आईने  से  कोई  बात  चुप्पी  नहीं  जाती

यूँ नज़रें झुका कर मुस्कुराना ठीक नहीं

यूँ नज़रें  झुका  कर  मुस्कुराना  ठीक  नहीं दिल  की  बात  दिल  में  दबाना  ठीक  नही हम तो  मान  चुके  है  दिल  से  दोस्त  तुम्हें ये  राज  ज्यादा  देर  तक  छुपाना  ठीक  नही

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो,

बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो, धूप आये तो सरसों पीली न हो, ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि, तेरी याद आये और पलकें गीली न हों।

दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है

दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है! दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है! आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ! वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!

लबों पे आज उनका नाम आ गया, प्यासे के पास जैसे जाम आ गया..

लबों पे आज उनका नाम आ गया,  प्यासे के पास जैसे जाम आ गया..  डोले कदम तो गिरे उनकी बाँहों मे जा कर,  आज हमारा पीना ही हमारे काम आ गया

हमको उनसे अभी भी प्यार है,

हमको उनसे अभी भी प्यार है, आँखों में नमी और दिल में इंतज़ार है, लोट कर आयेंगे वो कभी न कभी, अपनी वफ़ा पे दिल को पूरा ऐतबार है,

सब कुछ बदल गया है उस के आने से

 सब कुछ बदल गया है उस के आने से  हिम्मत आ गई उस के समझाने से  फसा मै जब भी उस ने संभाला है  मिले न उस जैसा , वो सब से निराला है

खुशियां कम और अरमान बहुत हैं,

 खुशियां कम और अरमान बहुत हैं, जिसे भी देखिए यहां हैरान बहुत हैं,, करीब से देखा तो है रेत का घर, दूर से मगर उनकी शान बहुत हैं,, कहते हैं सच का कोई सानी नहीं, आज तो झूठ की आन-बान बहुत हैं,, मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी, यूं तो कहने को इन्सान बहुत हैं,, तुम शौक से चलो राहें-वफा लेकिन, जरा संभल के चलना तूफान बहुत हैं,, वक्त पे न पहचाने कोई ये अलग बात, वैसे तो शहर में अपनी पहचान बहुत हैं।।

रोये हैं बहुत तब ज़रा क़रार मिला है,,

रोये हैं बहुत तब ज़रा क़रार मिला है,, इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है,, गुज़र रही है जिंदगी इम्तहान के दौर से,, एक ख़त्म हुआ तो दूसरा तैयार मिला है,

दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए,,

  दोस्त मिलते हैं यहाँ दिल को दुखाने के लिए,, उँगलियाँ रखते हैं वो हम पे उठाने के लिए,, क्या कसूर उनका है ये रस्म चली आई है तोहमते होती ही हैं दुनियां में लगाने के लिए,,.

महोब्बत को जब लोग खुदा मानते हैं..

महोब्बत को जब लोग खुदा मानते हैं..  तो प्यार करने वालो को क्युँ बुरा मानते है.  जब जमाना ही पत्थर दिल है..  तो फिर पत्थरों से लोग क्युँ दुआ माँगते है.

उनको शक हुआ मेरी वफा पर ?

उनको शक हुआ मेरी वफा पर ? और वो मुझे छोड चले। मुझे विश्वास था उनकी मोहब्बत पर और हम उनके लौटने का आज तक इन्तजार करते रहे।

ऍ जालिमो अपनी किस्मत पे इतना नाज ना करो.

ऍ जालिमो अपनी किस्मत पे इतना नाज ना करो. वक्त तो बदलता ही रहता है, वो सुनेगा यकीँनन सदाऐँ ” अकेले की, क्या खुदा सिर्फ तुम्हारा है, हमारा नही?

जीना चाहता हूँ मगर जिनदगी राज़ नहीं आती,

जीना चाहता हूँ मगर जिनदगी राज़ नहीं आती, मरना चाहता हूँ मगर मौत पास नहीं आती, उदास हूँ इस जिनदगी से, क्युकी उसकी यादे भी तो तरपाने से बाज नहीं आती

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला..

मुद्दत से तमन्ना हुई अफसाना न मिला...... हम खोजते रहे मगर ठिकाना न मिला....... लो आज फिर चली गई जिंदगी नजरो के सामने से और उसे कोई रुकने का बहाना न मिला 

“कभी चाहा तुझे ऐसा की रब जैसा पूजा,

“कभी चाहा तुझे ऐसा की रब जैसा पूजा,  किस जगह मैने तुझे पुकारा नही, यु दर्द देकर क्या मिला तुजे?  कह देते की तुमसे मिलना अब गँवारा नही”

दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है,

दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है, भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है, यु तो वादा किया है किसीसे मुस्कुराने का  वरना आँखों में समंदर हम भी रखते है|

प्यार कमजोर दिल से किया नहीं जा सकता ,

प्यार  कमजोर  दिल  से  किया  नहीं  जा  सकता , ज़हर  दुश्मन  से  लिया  नहीं  जा  सकता, दिल  में  बसी  है  उल्फत  जिस  प्यार  की उस  के  बिना  जिया  नहीं  जा  सकता.

जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये,

जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये,  अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये, जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,  वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये ॥

फ़िर आग का दरिया है और डूब के जाना है

मासूम सी मोहब्बत का बस इतना सा फ़साना है ,  कागज़ की हवेली है बारिश का ज़माना है ,  क्या शर्तें ज़माना है । आवाज़ भी ज़ख्मी है और वो गीत भी गाना है,  कश्ती भी पुरानी है, तूफ़ान भी आना है ,  समझे या न समझे वो अंदाज़ मोहब्बत का ,  भीगी हुई आंखों से एक शेर सुनाना है । भोली सी अदा कोई फ़िर इश्क की जिद पर है,  फ़िर आग का दरिया है और डूब के जाना है ।

खुशी न मिल सकी लाख मुस्करा कर हारे

खुशी न मिल सकी लाख मुस्करा कर हारे ,  वो हमारे हो ना सके अपना बना के हारे । रौशनी के एक कतरे को तरसते रह गए हम ,  उजाला हो न सका दिल जला जला कर हारे ।

कोई शाम आती है आपकी यादें लेकर,

कोई शाम आती है आपकी यादें लेकर,  कोई शाम जाती है आपकी याद देकर , हमें तो उस शाम का इंतज़ार है  जो आए आपको साथ लेकर ।

उम्र की राह में रस्ते बदल जाते है

उम्र की राह में रस्ते बदल जाते है,  वक्त की आंधी में इंसान बदल जाते है, सोचते है तुम्हे इतना याद न करे लेकिन,  आँख बंध करते ही इरादे बदल जाते है,

जियो इतना के मरना मुश्किल हो जाए

जियो इतना के मरना मुश्किल हो जाए,  हसो इतना के रोना मुश्किल हो जाए, किसी से प्यार करना बुरी बात नो नही,  मगर प्यार करना तो इतना करना के भूलना मुश्किल हो जाए ।

qfkज़िंदगी में कुछ सपने सजा लेना,

ज़िंदगी में कुछ सपने सजा लेना,  वक्त में कुछ अरमान जगा लेना, हम आपकी राहों से हर दर्द को चुरा लेंगे,  जब चाहो आप हमें आजमा लेना ।

मुस्कान आपकी यादों से मिलती है,

मुस्कान आपकी यादों से मिलती है, दिल को राहत आपकी बातों से मिलती है । बंध मत करना कभी ये दोस्ती का सिलसिला दिल की ये धड़कन आपकी दोस्ती से चलती है ।

कब्र की मिटटी उठा ले गया कोई

कब्र की मिटटी उठा ले गया कोई, इसी बहाने हमें छु कर चला गया कोई, तन्हाई और अंधेरो में खुश थे हम, फिर से इंतज़ार करने की वजाह दे गया कोई ।

रिश्ता ऐसा हो जो हमें अपना मान सके,

रिश्ता ऐसा हो जो हमें अपना मान सके, हमारे हर दुःख को जान सके, चल रहे हो अगर तेज़ बारिश में भी, पानी से अलग मेरे आंसू पहचान सके

दो पल की ज़िंदगी यूँही बीत जायेगी

दो पल की ज़िंदगी यूँही बीत जायेगी , काली रात के बाद नई सुबह आएगी, अगर दोस्तो की याद याद सताएगी  टू कसम से आपकी याद सबसे पहले आएगी ।

बचपन के दुःख भी कितने अच्छे थे

बचपन के दुःख भी कितने अच्छे थे , तब सिर्फ़ खिलोने टूटा करते थे । वह खुशियाँ भी न जाने कैसी खुशियाँ थी, तितली को पकड़ के उछाला करते थे,  पाओं मार के ख़ुद बारिश के पानी मे  अपने आप को भिगोया करते थे । अब तो एक आंसू भी रुसवा कर जाता है, बचपन में तो दिल खोल के रोया करते थे ।

कल रात सपने में तेरी तस्वीर बना डाली

कल रात सपने में तेरी तस्वीर बना डाली, दिल को इतनी अची लगी के सीने से लगा डाली, किसी की नज़र ना लग जाए इस लिए आंसुओं से मिटा डाली ।

रिश्ता तो बनता है उपरवाले की दुनिया में

रिश्ता तो बनता है उपरवाले की दुनिया में, हम तो सिर्फ़ निभाना चाहते है , पता नही दुसरे जन्म के बारे में , पर दोस्ती आप हर जन्म पाना चाहते है ।

हर दिल की धड़कन मे कोई बात होती है

हर दिल की धड़कन मे कोई बात होती है , हर बार ज़िंदगी मे किसी की याद होती है , आपको पता हो ना हो, लेकिन आपकी हर खुशी के पीछे हमारी दुआ साथ होती है ।

दो पल की ज़िंदगी यूँही बीत जायेगी ,

दो पल की ज़िंदगी यूँही बीत जायेगी , काली रात के बाद नई सुबह आएगी, अगर दोस्तो की याद याद सताएगी टू कसम से आपकी याद सबसे पहले आएगी ।

तॆरॆ बिछडनॆ कॆ बाद भी, तॆरी याद बाकी है

तॆरॆ बिछडनॆ कॆ बाद भी, तॆरी याद बाकी है । तॆरॆ जानॆ कॆ बाद भी, तॆरा इन्तज़ार बाकी है । आँखो में है अश्क,मुस्कुरा रही हुँ मै, क्यॊकि मॆरॆ दिल में,तॆरॆ लियॆ प्यार बाकी है । तॆरॆ जानॆ कॆ बाद भी,तॆरा वज़ूद बाकी है! मॆरॆ कानॊ में,तॆरी आवाज़ बाकी है!! मॆरी आँखो में,तॆरॆ ख्वाब बाकी है! जीवन की मुश्किल राहॊ पर, तॆरॆ साथ चलनॆ कीआस बाकी है!!

दूर है आप तो कुछ गम नही

दूर है आप तो कुछ गम नही ,  दूर रह कर भी भूलने वाले हम नही , मुलाकात हो ना हो तोह क्या हुआ , आप की याद मुलाकात से कम नही ।

याद करते है उम्हे तन्हाई मे ,

याद करते है उम्हे तन्हाई मे , दिल डूबा है ग़मों की गहराई मे , हमें मत ढूंढो दुनिया की भीड़ मे , हम मिलेंगे तुम्हे तुम्हारी परछाई मे ।

कहीं न कहीं बातों की अदा है दोस्ती

कहीं न कहीं बातों की अदा है दोस्ती, हर गम की सिर्फ़ एक दावा है दोस्ती , सिर्फ़ कमी है महसूस करने वालो की, महसूस करो तो ज़मीन पे ज़न्नत हैदोस्ती ।

वह नज़र कहा से लाऊं जो तुझे भुला दे,

वह नज़र कहा से लाऊं जो तुझे भुला दे, वो दावा कहाँ से लाऊं जो दर्द मिटा दे, मिलना तो लिखा होता है, तकदीरों में पर वो तकदीर कहाँ से लाऊं जो तुझे मिलादे ।

नज़रे मिला कर नज़रे चुरा ना लेना,

नज़रे मिला कर नज़रे चुरा ना लेना,  दोस्त बन कर हमें दुश्मन बना ना लेना, मन की हमसे कभी गलतिया हो जाती है, इस का बहाना बना कर हमें भुला ना देना ।

ढलती शाम के हसीं एहसास है

ढलती शाम के हसीं एहसास है , मेरे दिल मे आप की जगह कुछ खाश है, आप नही है यहाँ मालूम है मुझे, पर दिल ये कहता है , के आप यहीं आस पास है ।

वो न आए उनकी याद आकर वफ़ा कर गई

वो न आए उनकी याद आकर वफ़ा कर गई , उनसे मिलने की तमन्ना सुकून तबाह कर गई , आहट हुई सोचा असर दुआ कर गई , दरवाज़ा खुला तो देखा मजाक हमसे हवा कर गई ।

पलक को झुका कर सलाम करते है

पलक को झुका कर सलाम करते है , इस दिल की दुआ आपके नाम करते है , कबूल हो तो मुस्करा देना, आपकी एक मुस्कराहट पर ये जान कुर्बान करते है ।

ख़याल जब उन्हें मेरा आया होगा,

ख़याल जब उन्हें मेरा आया होगा, मेरी याद ने उनको सताया होगा, भूल न पाये जिन्हें हम आज तक, कैसे उन्होंने हमें भूलाया होगा ।

ज़िक्र उनका आता है मेरे फ़साने में

ज़िक्र उनका आता है मेरे फ़साने में , जिनको जान से ज़्यादा चाह था हमने ज़माने में , तन्हाई में उन्ही की याद का सहारा मिला, नाकामयाब रहे जिन्हें हम भुलाने में ।

प्यार के लिए दीवाने चले आते है

प्यार के लिए दीवाने चले आते है , शमा के लिए परवाने चले आते है , याद नही आती तो आना मेरी मौत पर । उस दिन तो बेगाने भी चले आते है ।

बिखरे अश्को के मोती हम पिरो ना सके

बिखरे अश्को के मोती हम पिरो ना सके , उसकी याद में सारी रात सो ना सके , भीग ना जाए आँसुओ मे तस्वीर उनकी , बस यही सोच कर हम रो ना सके ।

एक पल एहसास बन के आते हो

एक पल एहसास बन के आते हो , और दुसरे पल ख्वाब बन के उड़ जाते हो । ये मालूम है के तन्हाई से डर है हमें , फ़िर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो ।

एक दिन फूल से किसी ने पूछा

एक दिन फूल से किसी ने पूछा, तुने दी खूस्बू तुझको क्या मिला , तब फूल मे कहा , देने के बदले लेना तो एक व्यपार है , जो देकर भी कुछ न मांगे वही प्यार है ।

मैंने आप का नाम बता दिया

किसी ने मुझे पूछा दोस्ती क्या है ? मैंने कांटो पे चली कर बता दिया , कितना प्यार करोगे दोस्त को ? मैंने पुरा आसमान दिखा दिया , कैसे रखोगे दोस्त को ? मैंने हलके से फूलों को सहेला दिया , किसी की नज़र लग गई तो ? मैंने पलको मे उसको चुप लिया, जान दे भी प्यारा दोस्त किसको कहते हो ? मैंने आप का नाम बता दिया

दिल में सजाये बैठे है तस्वीर यार की ,

गुनाह बन गयी है उम्मीद प्यार की दिल में सजाये बैठे है तस्वीर यार की , बहते आंसुओं की कहानी दुनिया ने जान ली, पर उनको कब होगी ख़बर दिल ऐ बेकरार की ।

तू तनहा है तो तेरी तन्हाई में हम रहेंगे

तू तनहा है तो तेरी तन्हाई  में हम रहेंगे , तू उदास है तो तेरे साथ हम भी उदास रहेंगे तुझे नज़र न आयेंगे पर फ़िर भी हर मोड़ पर तेरे साथ हम रहेंगे

फ़िर दिन ढल गया फिर रात आ गई

फ़िर दिन ढल गया फिर रात आ गई , फिर तन्हाई मे जाने की बात आ गयी , अभी तो तारों की पनाह मे बैठे थे, की चाँद को देखा तो आप की याद आ गयी ।

हम तो तेरी आंखों से पी लेंगे

जाम टूटने का बहाना ना कर, हम तो तेरी आंखों से पी लेंगे । तू मत आ लेकिन आने का वडा तो कर, हम तेरे इन्तेज़ार मे ही जी लेंगे ।

अपने लफ़्ज़ों से चुकाया है किराया इसका

अपने लफ़्ज़ों से चुकाया है किराया इसका ,  दिलों के दरमियां यूँ मुफ्त में नहीं रहती ,  साल दर साल मै ही उम्र न देता इसको ,  तो ज़माने में मोहब्बत जवां नहीं रहती …

दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता,

दोस्त दोस्त से खफा नहीं होता ,  प्यार प्यार से जुदा नहीं होता ,  भुला देना मेरी कुछ कमियों को ,  क्यूंकि इंसान कभी खुदा नहीं होता |

दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं

दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!  तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं!  यूँ तो मिल जाता है हर कोई!  मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं!

ऐ दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज़ हैं

ऐ दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज़ हैं ,  हर वक्त मिलने की फरीयाद करते हैं ,  हमें नहीं पता घर वाले बताते हैं ,  हम निंद में भी आपसे बात करते हैं

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है ,  दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है ,  रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना ,  क्योकी दोस्ती जरा सी नादान होती है.. 

हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे

हम वो नहीं जो दिल तोड़ देंगे ,  थाम कर हाथ साथ छोड़ देंगे ,  हम दोस्ती करते हैं पानी और मछली की  तरह , जुदा करना चाहे कोई तो हम दम तोड़ देंगे

दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तफाक हैं

दोस्ती तो सिर्फ एक इत्तफाक हैं !  यह तो दिलो की मुलाक़ात हैं !!  दोस्ती नहीं देखती यह दिन हैं की रात हैं !  इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज्बात हैं !!

प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं

प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं !  हर वक़्त इन्तहा की घड़ी साथ होती हैं !!  वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देखना !  दोस्ती हर रिश्तो से लाजवाब होती हैं !!

किस हद तक जाना है ये कौन जानता है,

किस हद तक जाना है ये कौन जानता है ,  किस मंजिल को पाना है ये कौन जानता है ,  दोस्ती के दो पल जी भर के जी लो ,  किस रोज़ बिछड जाना है ये कौन जानता है

यह दोस्ती मेरी नहीं हमारी है,

यह दोस्ती मेरी नहीं हमारी है ,  इसलिए तो सब रिश्तो से प्यारी है  मुमकिन नहीं दोस्तों का रोज़ मिलना ,  तभी तो SMS का सिलसिला जारी है

हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता

हर कोई साथ हो ये जरुरी नहीं होता !  जगह तो दिल में बनायीं जाती हैं !!  पास होकर भी दोस्ती इतनी अटूट नहीं होती !  जितनी की दूर रह कर निभाई जाती हैं !!

भुला कर हमें वो खुश रह पाएंगे

भुला कर हमें वो खुश रह पाएंगे ,  साथ में नही तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे ,  दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना ,  हम तो सह गए पर वोह टूट जायेंगे

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना रहा हूँ;

शायरी नहीं आती मुझे बस हाले दिल सुना  रहा  हूँ ;  बेवफ़ाई का इलज़ाम है , मुझपर फिर भी गुनगुना  रहा  हूँ ; क़त्ल करने वाले ने कातिल भी हमें ही बना दिया ;  खफ़ा नहीं उससे फिर भी मैं बस , उसका दामन बचा  रहा  हूँ

अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती

अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती ;  तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती ;  लोग मरने की आरज़ू ना करते ;  अगर मोहब्बत में बेवाफ़ाई ना होती!

कोई रिश्ता टूट जाये दुख तो होता है

कोई रिश्ता टूट जाये दुख तो होता है ,  अपने हो जायें पराये दुख तो होता है ,  माना हम नहीं प्यार के काबिल मगर  इस तरह कोई ठुकराये दुख तो होता है।

वो समझें या ना समझें मेरे जजबात को,

वो समझें या ना समझें मेरे जजबात को ,  मुझे तो मानना पड़ेगा उनकी हर बात को ,  हम तो चले जायेंगे इस दुनिया से ,  मगर आंसू बहायेंगे वो हर रात को

इंसान आखिर मोहब्बत में इंसान न रहा

जो आपने न लिया हो , ऐसा कोई इम्तहान न रहा ,  इंसान आखिर मोहब्बत में इंसान न रहा ,  है कोई बस्ती , जहां से न उठा हो ज़नाज़ा दीवाने का ,  आशिक की कुर्बत से महरूम कोई कब्रिस्तान न रहा ,

याद रूकती नहीं रोक पाने से

याद रूकती नहीं रोक पाने से …..  दिल मानता नहीं किसी के समझाने से … रुक जाती हैं धड़कनें आपके भूल जाने से …..  इसलिए आपको याद करते हैं जीने के बहाने से 

मोहब्बत से खफा तुम भी,

मोहब्बत से खफा तुम भी ,  मोहब्बत से खफा हम   भी  नहीं तुझमे जफ़ा कुछ भी ,  नहीं मुझमे जफ़ा कुछ भी  मगर कहते रहे मजबूर से  हम इस मोहब्बत में बड़े हो  बेवफ़ा तुम भी , बड़े है बेवफा हम भी

रोया है बहुत तब जरा करार मिला है

रोया है बहुत तब जरा करार मिला है ;  इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है ;  गुजर रही है जिंदगी इम्तिहान के दौर से ;  एक ख़तम तो दूसरा तैयार मिला है।

ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते

ना मिलता गम तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते ….  दुनिया अगर होती चमन तो वीराने कहाँ जाते ….. चलो अच्छा हुआ अपनों मैं कोई ग़ैर तो निकला ….  सभी अगर अपने   होते तो बेगाने कहाँ जाते ……

तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैं

तेरी आवाज़ की शहनाइयों से प्यार करते हैं ….. तस्सवुर मैं तेरे तन्हाईओं से प्यार करते हैं …..  जो मेरे नाम से तेरे नाम को जोड़े ज़माने वाले …  अब हम उन चर्चों से अब प्यार करते हैं …

शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये

शायद फिर वो तक़दीर मिल जाये …..  जीवन के वो हसीं पल मिल जाएँ …  चल फिर से बैठें वो क्लास कि लास्ट बैंच पे ….  शायद फिर से वो पुराने दोस्त मिल जाएँ …..

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है

कोई दीवाना कहता है , कोई पागल समझता है ….. ! मगर धरती की बेचैनी को , बस बादल समझता है ……!!  मैं तुझसे दूर कैसा हूँ , तू मुझसे दूर कैसी है …….!  ये तेरा दिल समझता है , या मेरा दिल समझता है …………

साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते

साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते …..  वक़्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते हैं ….  लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया ….  टूटती सिर्फ नींद हैं , सपने कभी टूटा नहीं करते ….

तुझे मुहब्बत करना नहीं आता

तुझे मुहब्बत करना नहीं आता …   मुझे मुहब्बत के सिवा कुछ और नहीं आता ….  ज़िन्दगी गुजारने के बस दो ही तरीके हैं ….  एक तुझे नहीं आता और एक मुझे नहीं आता ..

आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं

हमने ये शाम चराग़ों से सजा रक्खी है ;​​ ​ आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं ;  ​हवा टकरा रही है शमा से बार-बार ;​​ ​ और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रक्खी है।

प्‍यार गुनाह है तो होने ना देना

प्‍यार गुनाह है तो होने ना देना  प्‍यार खुदा है तो खोने ना देना  करते हो प्‍यार जब किसी से तो कभी  उस प्‍यार को रोने ना देना

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,

ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं ,  तू सितम कर ले , तेरी हसरत जहाँ तक हैं ,  वफ़ा की उम्मीद , जिन्हें होगी उन्हें होगी ,  हमें तो देखना है , तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं |

कभी रो के मुस्कुराये , कभी मुस्कुरा के रोये

कभी रो के मुस्कुराये , कभी मुस्कुरा के रोये ….  तेरी याद जब भी आयी , तुझे भुला भुला के रोये ..  एक तेरा ही नाम था जिसे हज़ार बार था लिखा …..  जिसे खुश हुए थे लिख कर , उसे मिटा मिटा के रोये

दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम भी

दिल टूटेगा तो फरियाद करोगे तुम भी …..  हम न रहे तो हमने याद करोगे तुम भी …..  आज कहते हो हमारे पास वक़्त नहीं हैं ..  पर एक दिन मेरे लिए वक़्त बर्बाद करोगे तुम भी …

पलकों के किनारे हमने भिगोये ही नहीं

पलकों के किनारे हमने भिगोये ही नहीं …..  वो सोचते हैं कि हम रोये ही नहीं ...   वो पूछते हैं कि ख्वाबों मैं किसे देखते हो ….. हम हैं कि एक उम्र से सोये ही नहीं ……

लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं

लम्हा लम्हा सांसें ख़तम हो रही हैं ..  ज़िंदगी मौत के पहलू में सौ रही है ..  उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह ..  वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है.

मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में

मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में ;  मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में ;  सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं ;  जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।

वफ़ा कर के बेबफा का नाम आया हैं

मोहब्बत ने हम पर ये इल्ज़ाम लगाया हैं ..  वफ़ा कर के बेबफा का नाम आया हैं ….  राहें अलग नहीं थी हमारी फिर भी …..  हम ने अलग अलग मंज़िल को पाया हैं