वो समझें या ना समझें मेरे जजबात को,

वो समझें या ना समझें मेरे जजबात को
मुझे तो मानना पड़ेगा उनकी हर बात को
हम तो चले जायेंगे इस दुनिया से
मगर आंसू बहायेंगे वो हर रात को

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सुबह होते ही जब दुनिया आबाद होती है;