“दोस्‍ती दिल है दिमाक नहीं


“दोस्‍ती दिल है दिमाक नहीं
 दोस्‍ती सोच है आवाज नहीं
कोई आखों से नहीं देख सकता दोस्‍ती के जज्‍बे
क्‍योंकि दोस्‍ती अहसास है अन्‍दाज नहीं”

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