काश फिर वो मिलने कि वजह मिल जाएँ

काश फिर वो मिलने कि वजह मिल जाएँ …
साथ वो बिताया , वो पल मिल जाये 
चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें 
क्या पता खाव्बों मैं गुजरा हुआ कल मिल जाएँ


विक्रमसिंह नेगी

अपनी बेबसी पर आज रोना सा आया ! 
दूसरों को नहीं मैंने आपको को आज़माया !! 
हर दोस्त की तन्हाई दूर की मैंने ! 
मगर खुद को हर मोड़ पैर तनहा ही पाया !!!

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